आयुष्मान भारत योजना प्रोग्राम 2018 अथवा मोदीकेयर का उद्देश्य वर्ष 2025 तक संपूर्ण भारत को रोग मुक्त करके विकास के पथ पर ले जाना है। इसके अंतर्गत प्रति वर्ष 50 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना तथा 5 लाख रुपये तक का मेडिकल बीमा कवर देना है।
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू की गई स्वास्थ्य बीमा योजना ( हेल्थ इंश्योरेंस प्रोग्राम) है। 1 फरवरी 2018 को केंद्र सरकार का बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस कार्यक्रम के बारे में बताया था। इस योजना में देश के 10.74 करोड़ परिवारों को अस्पताल में इलाज कराने का खर्च नहीं देना होगा। ये परिवार पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करा सकेंगे। हर परिवार में औसतन 5 सदस्यों के हिसाब से, इस योजना से देश के 50 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हो सकेंगे। आयुष्मान भारत योजना 2018 को आयुष्मान भारत बीमा योजना या आयुष्मान भारत स्कीम के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा दवारा शुरू की गई ऐसी ही स्वास्थ्य योजना ओबामाकेयर की तर्ज पर मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी येाजना को मोदीकेयर भी कहा जाता है। आयुष्मान भारत योजना से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य 1.21 मार्च 2018 को केंद्र सरकार की कैबिनेबट ने आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी दे दी है। 2. 27 मार्च 2018 को योजना के सीईओ के रूप में इंदु भूषण की नियुक्ति की गयी। 3. 14 अप्रैल 2018 को डॉ भीमराव अंबेदकर जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में प्रथम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करते हुए इस योजना के प्रथम चरण की लांचिंग की है।
आयुष्मान भारत योजना के लिए जरुरी कागजात बैंक खाता होना चाहिए। बैंक खाता आधार कार्ड से भी लिंक होना अनिवार्य है। आय प्रमाण पत्र बेहद जरुरी। पहचान पत्र, आधार कार्ड कौन- कौन सी बीमारियां होंगी शामिल आयुष्मान भारत योजना में प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा ले सकता है। मोदीकेयर में पुरानी बीमारियों को भी कवर किया जायेगा। किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जायेंगे। इसमें ट्रांसपोर्ट पर होनक वाला खर्च भी शामिलहै। किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन और इलाज आदि इसके तहत कवर होंगे। कौन ले सकता है आयुष्मान भारत योजना का लाभ? *देश के 10.74 करोड़ परिवार इसका लाभ ले सकेंगे। * इन परिवार की पहचान गरीब और सुविधाओं से वंचित लोगों के तौर पर हुई है। * आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल होगा। * योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के आकार या उम्र की कोई सीमा तय नहीं की गई है। योजना पर खर्च होने वाली रकम कहां से आएगी? 1. आयुष्मान भारत योजना पर आने वाली लागत राज्य और केंद्र सरकार आपस में बांटेंगी। 2. योजना में राज्य की हिस्सेदारी जरूरी है। 3. राज्य की स्वास्थ्य एजेंसी को केंद्र सरकार एसक्रो अकाउंट से सीधे पैसे भेजेगी। 4. योजना की अनुमानित लागत 12 हजार करोड़ रुपये है। क्या होगा फायदा? - सरकार की तरफ से बीमारियों के लिए तय पैकेज रेट पर इलाज मिलेगा। -देश के दूसरे अस्पतालों में भी इलाज की दरें कम कराने में मदद मिलेगी। - आईटी प्लेटफॉर्म आयुष्मान भारत योजना के फ्रॉड या गलत इस्तेमाल रोकेगा। - राज्य, संघ शासित प्रदेश एक दायरे में ही इलाज के रेट बदल सकेंगे। - आयुष्मान भारत योजना में इलाज कराने की पहले से मंजूरी ली जा सकेगी। एसईसीसी सर्वे 2011 के अनुसार 24.49 करोड़ परिवारों में से 17.97 करोड़ ग्रामीण परिवार हैं आर 6.51 करोड़ शहरी परिवार हैं। ग्रामीण और शहरी लोगों में से जो लोग इस योजना के लाभार्थी हैं वह इस योजना की पात्राता को जान लें। आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्राता इस प्रकार है। ग्रामीण क्षेत्रों के पात्रता 1. कच्ची दीवार और कच्ची छत के सहारे एक कमरे में रहने वाले परिवार। 2. परिवार में 16 से 59 उम्र के बीच कोई भी व्यस्क सदस्य नहीं होना चाहिए। 3. ऐसा परिवार जिसमें कम से कम एक विकलांग सदस्य हो और कोई सक्षम व्यस्क सदस्य ना हो। 4. ऐसा परिवार जहां महिलाएं घर को संभालती हों। 5.SC/ST परिवार। 6. आदिवासी जनजाति समूह के परिवार 7.कानूनी रुप से बंधे श्रमिक परिवार शहरी क्षेत्रों के लिए पात्रता 1. कूड़ा कचड़ा उठाने वाला, भिखारी 2. घरेलू कर्मचारी 3.निर्माण कार्यकर्ता जैसे प्लंबर, मेसन, श्रम, पेंटर, वेल्डर, सुरक्षा गार्ड, कूलि, स्वीपर, स्वच्छता कार्यकर्ता, माली, 4. गृह आधारित कर्मचारी कारीगर, हस्तशिल्प कार्यकर्ता, दर्जी, 5. परिवहन कर्मचारी, चालक, कंडक्टर, सहायक और चालक, रिक्शा ओटो चालक, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, असेंबलर, वॉशर मैन, चौकीदार
आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू की गई स्वास्थ्य बीमा योजना ( हेल्थ इंश्योरेंस प्रोग्राम) है। 1 फरवरी 2018 को केंद्र सरकार का बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इस कार्यक्रम के बारे में बताया था। इस योजना में देश के 10.74 करोड़ परिवारों को अस्पताल में इलाज कराने का खर्च नहीं देना होगा। ये परिवार पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करा सकेंगे। हर परिवार में औसतन 5 सदस्यों के हिसाब से, इस योजना से देश के 50 करोड़ से अधिक लोग लाभान्वित हो सकेंगे। आयुष्मान भारत योजना 2018 को आयुष्मान भारत बीमा योजना या आयुष्मान भारत स्कीम के नाम से भी जाना जाता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा दवारा शुरू की गई ऐसी ही स्वास्थ्य योजना ओबामाकेयर की तर्ज पर मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी येाजना को मोदीकेयर भी कहा जाता है। आयुष्मान भारत योजना से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य 1.21 मार्च 2018 को केंद्र सरकार की कैबिनेबट ने आयुष्मान भारत योजना को मंजूरी दे दी है। 2. 27 मार्च 2018 को योजना के सीईओ के रूप में इंदु भूषण की नियुक्ति की गयी। 3. 14 अप्रैल 2018 को डॉ भीमराव अंबेदकर जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में प्रथम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करते हुए इस योजना के प्रथम चरण की लांचिंग की है।
आयुष्मान भारत योजना के लिए जरुरी कागजात बैंक खाता होना चाहिए। बैंक खाता आधार कार्ड से भी लिंक होना अनिवार्य है। आय प्रमाण पत्र बेहद जरुरी। पहचान पत्र, आधार कार्ड कौन- कौन सी बीमारियां होंगी शामिल आयुष्मान भारत योजना में प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा ले सकता है। मोदीकेयर में पुरानी बीमारियों को भी कवर किया जायेगा। किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जायेंगे। इसमें ट्रांसपोर्ट पर होनक वाला खर्च भी शामिलहै। किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन और इलाज आदि इसके तहत कवर होंगे। कौन ले सकता है आयुष्मान भारत योजना का लाभ? *देश के 10.74 करोड़ परिवार इसका लाभ ले सकेंगे। * इन परिवार की पहचान गरीब और सुविधाओं से वंचित लोगों के तौर पर हुई है। * आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल होगा। * योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के आकार या उम्र की कोई सीमा तय नहीं की गई है। योजना पर खर्च होने वाली रकम कहां से आएगी? 1. आयुष्मान भारत योजना पर आने वाली लागत राज्य और केंद्र सरकार आपस में बांटेंगी। 2. योजना में राज्य की हिस्सेदारी जरूरी है। 3. राज्य की स्वास्थ्य एजेंसी को केंद्र सरकार एसक्रो अकाउंट से सीधे पैसे भेजेगी। 4. योजना की अनुमानित लागत 12 हजार करोड़ रुपये है। क्या होगा फायदा? - सरकार की तरफ से बीमारियों के लिए तय पैकेज रेट पर इलाज मिलेगा। -देश के दूसरे अस्पतालों में भी इलाज की दरें कम कराने में मदद मिलेगी। - आईटी प्लेटफॉर्म आयुष्मान भारत योजना के फ्रॉड या गलत इस्तेमाल रोकेगा। - राज्य, संघ शासित प्रदेश एक दायरे में ही इलाज के रेट बदल सकेंगे। - आयुष्मान भारत योजना में इलाज कराने की पहले से मंजूरी ली जा सकेगी। एसईसीसी सर्वे 2011 के अनुसार 24.49 करोड़ परिवारों में से 17.97 करोड़ ग्रामीण परिवार हैं आर 6.51 करोड़ शहरी परिवार हैं। ग्रामीण और शहरी लोगों में से जो लोग इस योजना के लाभार्थी हैं वह इस योजना की पात्राता को जान लें। आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्राता इस प्रकार है। ग्रामीण क्षेत्रों के पात्रता 1. कच्ची दीवार और कच्ची छत के सहारे एक कमरे में रहने वाले परिवार। 2. परिवार में 16 से 59 उम्र के बीच कोई भी व्यस्क सदस्य नहीं होना चाहिए। 3. ऐसा परिवार जिसमें कम से कम एक विकलांग सदस्य हो और कोई सक्षम व्यस्क सदस्य ना हो। 4. ऐसा परिवार जहां महिलाएं घर को संभालती हों। 5.SC/ST परिवार। 6. आदिवासी जनजाति समूह के परिवार 7.कानूनी रुप से बंधे श्रमिक परिवार शहरी क्षेत्रों के लिए पात्रता 1. कूड़ा कचड़ा उठाने वाला, भिखारी 2. घरेलू कर्मचारी 3.निर्माण कार्यकर्ता जैसे प्लंबर, मेसन, श्रम, पेंटर, वेल्डर, सुरक्षा गार्ड, कूलि, स्वीपर, स्वच्छता कार्यकर्ता, माली, 4. गृह आधारित कर्मचारी कारीगर, हस्तशिल्प कार्यकर्ता, दर्जी, 5. परिवहन कर्मचारी, चालक, कंडक्टर, सहायक और चालक, रिक्शा ओटो चालक, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, असेंबलर, वॉशर मैन, चौकीदार
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